radhey-radhey

Monday, April 11, 2011


»♥« राधे-राधे.»♥«

राधे-राधे

हरेकृष्ण-जय-जय सीता राम


सभी मित्रों को नव संवत्सर २०६८ के लिए परम आध्य-शक्ति माता जगदम्बा के ममत्व रस सिंचित-वरद आशीष-कृपा छत्र-छाया में श्री रामकृपा रत्न भरी शुभकामनायें ...

जय-जय सीता राम --श्री राम जन्म नवमी की सभी भक्त-मित्रों को वधाई हो राधे-राधे

जय जगधात्री माँ-जय भक्त-वत्सल माँ-जय सत्य स्वरूपा माँ-जय-जय जगदम्बे माँ !!
तेरे कृपा-सहारे मात शिवा-मेरे जीवन संवत सिद्ध हुए ! 
मिले राम रतन तेरी पूजा से -हम सब हर्षे कृत्य-कृत्य हुए !! 
हे गिरिजा माँ-हे कालिका माँ-हे कात्यायनी माता मेरी !
हे दुर्गा माँ दुर्गति नाशिनी मैं निश्चिन्त शरण तेरी !!
तेरे आसरे माता आश लगी श्री सीताराम चरित वरनों मैं सही !
मिलें कृष्ण कन्हैया श्रीजी संग सुनूँ मुरली मधुर ब्रजवास यही !!

भये प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी !
हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी !!
लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा निज आयुध भुज चारी !
भूषन वनमाला नयन बिसाला सोभासिन्धु खरारी !!
कह दुइ कर जोरी अस्तुति तोरी केहि बिधि करौं अनंता !
माया गुन ग्यानातीत अमाना वेद पुरान भनंता !!
करुना सुख सागर सब गुन आगर जेहि गावहिं श्रुति संता !
सो मम हित लागी जन अनुरागी भयौ प्रकट श्रीकंता !!
ब्रह्मांड निकाया निर्मित माया रोम रोम प्रति बेद कहै !
मम उर सो बासी यह उपहासी सुनत धीर मति थिर न रहै !!
उपजा जब ग्याना प्रभु मुसुकाना चरित बहुत बिधि कीन्ह चहै !
कहि कथा सुहाई मातु बुझाई जेहि प्रकार सुत प्रेम लहै !!

माता पुनि बोली सो मति डोली तजहु तात यह रूपा !

कीजे सिसुलीला अति प्रियसीला यह सुख परम अनूपा !!

सुनि बचन सुजाना रोदन ठाना होइ बालक सुरभूपा !

यह चरित जे गावहि हरिपद पावहि ते न परहिं भवकूपा !!

बिप्र धेनु सुर संत हित लीन्ह मनुज अवतार !

निज इच्छा निर्मित तनु माया गुन गो पार !!

जय-जय सीता राम --श्री राम जन्म नवमी की सभी भक्त-मित्रों को वधाई हो 
राधे-राधे हरेकृष्ण
जय-जय सीता राम --